ईपीएफओ मेंबर्स की बढ़ी संख्या बढ़ते रोजगार को दर्शाता: आईसीसीआई

Increase in number of EPFO members reflects rising employment: ICCI

 

वित्त वर्ष 2023-24 में 19 प्रतिशत बढ़ी नौकरीपेशा लोगों की संख्या, ईपीएफओ से जुड़े 1.65 करोड़ मेंबर्स
पिछले साढ़े छह साल में ही 6.1 करोड़ से अधिक सदस्य ईपीएफओ से हैं जुड़े
वित्त वर्ष 2023-24 में 19 प्रतिशत बढ़ी नौकरीपेशा लोगों की संख्या, ईपीएफओ से जुड़े 1.65 करोड़ मेंबर्स
बेरोजगारी दर 2017-18 में 6 प्रतिशत से गिरकर 2022-23 में 3.2 प्रतिशत के निचले स्तर पर आ गई

नई दिल्ली. रोजगार के मोर्चे पर एक अच्‍छी खबर आई है. एम्प्लाइज ‘ प्रोविडेंट फण्ड ऑर्गेनाइजेशन (ईपीएफओ) ने वित्त वर्ष 2023-24 में नए रजिस्ट्रेशन में 19 प्रतिशत की ग्रोथ दर्ज की है. सालाना आधार पर दर्ज इस ग्रोथ में ईपीएफओ से 1.65 करोड़ मेंबर्स जुड़े हैं. इस पर इंटीग्रेटेड चैम्बर्स ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (आईसीसीआई) के वाइस प्रेसिडेंट और जेएनसीटी यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. अनुपम चौकसे कहते है कि इन आंकड़ों से देश में रोजगार की स्थित सुधरने के संकेत मिलते हैं. पिछले साढ़े छह साल में ही 6.1 करोड़ से अधिक सदस्य ईपीएफओ से जुड़े हैं. आंकड़ों के अनुसार, ईपीएफओ ने 2018-19 में 61.12 लाख शुद्ध ग्राहक जोड़े थे, जो 2019-20 में बढ़कर 78.58 लाख हो गए. वहीं 2020-21 में यह घटकर 77.08 लाख हो गया और घटने का बड़ा कारण कोरोना महामारी था। तब कोविड -19 पैंडेमिक और देशव्यापी लॉकडाउन के चलते ईपीएफओ के सदस्यों की संख्या में गिरावट आई थी. वाइस प्रेसिडेंट, आईसीसीआई कहते हैं कि हाल के सालों में देश में रोजगार के अवसर बढे हैं कुछ और आंकड़े भी रोजगार की दिशा में बेहतर तस्वीर पेश कर रहे हैं. पिछले छह सालों के पीरियोडिक लेबर फाॅर्स सर्वे (पीएलएफएस) के आंकड़ों के अनुसार, श्रम भागीदारी दर और श्रमिक जनसंख्या अनुपात में सुधार देखा जा रहा है. एनुअल पीएलएफएस रिपोर्ट से पता चलता है कि 2017-18 से 2022-23 तक चीजें बेहतर हुई हैं. काम करने वाले लोगों का प्रतिशत (श्रमिक जनसंख्या अनुपात) 2017-18 में 46.8% से बढ़कर 2022-23 में 56% हो गया. श्रम बल की भागीदारी में भी महत्वपूर्ण सुधार देखने को मिला. यह 2017-18 में 49.8 प्रतिशत से बढ़कर 2022-23 में 57.9 प्रतिशत हो गया है. वहीं जहां तक बेरोजगारी दर का सवाल है, तो यह 2017-18 में 6 प्रतिशत से गिरकर 2022-23 में 3.2 प्रतिशत के निचले स्तर पर आ गई है.

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