सेना प्रमुख ने अल्जीरिया के साथ सैन्य रणनीतिक साझेदारी मजबूत करने पर की चर्चा
Army Chief discussed strengthening military strategic partnership with Algeria

नई दिल्ली, चार दिवसीय राजकीय यात्रा के आखिरी दिन सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने गुरुवार को अल्जीरिया के राष्ट्रीय रक्षा मंत्री के प्रतिनिधि और पीपुल्स नेशनल आर्मी के चीफ ऑफ स्टाफ जनरल सईद चानेग्रिहा से मुलाकात की। इस दौरान द्विपक्षीय रक्षा सहयोग बढ़ाने, गहन सहयोग के अवसर तलाशने और दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी मजबूत करने पर चर्चा हुई। इस मौके पर अल्जीरिया में भारतीय राजदूत डॉ. स्वाति विजय कुलकर्णी भी मौजूद रहे।जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने आज ही अल्जीरिया के सैन्य प्रशिक्षण प्रमुख मेजर जनरल औमारी के साथ बातचीत की। यह चर्चा प्रशिक्षण पद्धतियों, व्यावसायिक सैन्य शिक्षा, सर्वोत्तम प्रथाओं के आदान-प्रदान और अधिकारियों एवं कैडेटों के लिए संभावित आदान-प्रदान कार्यक्रमों पर केंद्रित रही। वार्ता में दोनों सेनाओं के बीच संस्थागत संबंध मजबूत करने की साझा प्रतिबद्धता पर जोर दिया गया। सेना प्रमुख ने अल्जीरिया के सैन्य उद्योगों के प्रतिनिधियों के साथ भी बातचीत की। इस बातचीत में भारत और अल्जीरिया के बीच रक्षा उत्पादन, प्रौद्योगिकी और नवाचार में सहयोग के अवसरों पर ध्यान केंद्रित किया गया। जनरल द्विवेदी ने अल्जीरिया के टामेंटफॉस्ट स्थित स्कूल ऑफ कमांड एंड मेजर स्टाफ का दौरा किया। उन्हें स्टाफ और उच्च कमान जिम्मेदारियों के लिए मध्य-स्तरीय अधिकारियों के प्रशिक्षण में संस्थान की भूमिका के बारे में जानकारी दी गई। संकाय और छात्र अधिकारियों के साथ बातचीत करते हुए सेना प्रमुख ने उनकी व्यावसायिकता की सराहना की और उन्हें सैन्य नेतृत्व में उत्कृष्टता प्राप्त करने और राष्ट्र की निःस्वार्थ सेवा जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया।
जनरल द्विवेदी ने अल्जीरिया के अधिकारी प्रशिक्षण के प्रमुख संस्थान चेरशेल सैन्य अकादमी का दौरा किया। सेना प्रमुख को अल्जीरियाई सेना में अधिकारियों के रूप में नेतृत्वकारी भूमिका निभाने के लिए कैडेटों को तैयार करने में अकादमी की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में जानकारी दी गई। संकाय सदस्यों के साथ बातचीत करते हुए सेना प्रमुख ने उनके समर्पण और प्रशिक्षण के उत्कृष्ट मानकों की सराहना की और उन्हें राष्ट्र सेवा में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया। सेना प्रमुख ने आगे कहा कि वह चेरशेल अकादमी और भारतीय सशस्त्र बलों के प्रशिक्षण संस्थानों के बीच सहयोग और सर्वोत्तम प्रथाओं के आदान-प्रदान के लिए तत्पर हैं।
