देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था सालाना 2.8 फीसदी की बृद्धिः आईसीसीआई
Country's digital economy growing by 2.8 percent annually: ICCI
2027-28 तक भारत की एक लाख करोड़ डॉलर की होगी डिजिटल अर्थव्यवस्था
नई दिल्ली. इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा है कि देश
की डिजिटल अर्थव्यवस्था सालाना 2.8 फीसदी की दर से बढ़ रही है और इसके वर्ष 2027-28
तक एक लाख करोड़ डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस (एआई) के
लिए समर्पित ‘इंडिया एआई’ मिशन का मूल्य भी 10,000 करोड़ रुपये से दोगुना होकर 20,000
करोड़ रुपये हो जाएगा. इस पर इंटीग्रेटेड चैम्बर्स ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (आईसीसीआई) के
वाईस प्रेजिडेंट और एएसएम ग्रुप ऑफ़ इंस्टीटूट्स के चेयरमैन डॉ. संदीप पचपांडे कहते है कि
सरकार को पहले 2026-27 तक डिजिटल अर्थव्यवस्था के एक लाख करोड़ डॉलर तक पहुंचने की
उम्मीद थी लेकिन कोविड-19 महामारी सहित कई वजहों से इस लक्ष्य को एक साल आगे बढ़ा
दिया गया है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण से डिजिटल अर्थव्यवस्था 2.8 फीसदी की दर
से बढ़ रही है. साल 2015 में निर्धारित यह दृष्टिकोण कारगर रहा है. हम पहले से ही दुनिया की
सबसे तेजी से बढ़ती डिजिटल अर्थव्यवस्था हैं. हमारा लक्ष्य है कि 2027-28 तक एक लाख करोड़
डॉलर की डिजिटल अर्थव्यवस्था को हासिल करना है.
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी के सरकारी आवास पर आयोजित ‘विशेष संपर्क अभियान’ में राजीव
चंद्रशेखर बोल रहे थे. इस कार्यक्रम में लगभग 300 आईटी, स्टार्टअप और प्रौद्योगिकी क्षेत्र के
दिग्गजों ने शिरकत की. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने शुरुआती पूंजी के तौर पर एक लाख
करोड़ रुपये की मंजूरी दी हुई है. इसका निवेश इनोवेशन और ‘इंडिया एआई’ मिशन के लिए शोध
एवं विकास में किया जाएगा जिसका कुल मूल्य 20,000 करोड़ रुपये होगा. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने
इंडिया एआई मिशन के लिए 10,000 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है, लेकिन चंद्रशेखर ने कहा कि
इसका कुल मूल्य लगभग 20,000 करोड़ रुपये है. उन्होंने कहा कि हम यह सुनिश्चित करने के
लिए प्रतिबद्ध हैं कि वृद्धि की रफ्तार जारी रहे. भारतीय इनोवेशन इकोसिस्टम लगातार बढ़ रहा
है और दुनिया में लीडिंग इनोवेटिव एसोसिस्टम्स में से एक बन जाएगा.