आस्था, शांति और सद्गुणों का संगम है सत्संग

Satsang is the confluence of faith, peace and virtues

नरेश शर्मा देव पूर्णिमा पिहोवा, 01 अगस्त : जैसे किसी प्रेम कविता की पहली पंक्ति हृदय को स्पर्श करती है, वैसे ही आज की प्रभातफेरी की शुरुआत विक्की वोहरा के भजन “फूलों की कश्ती में एक मैं, एक तू और कोई ना हो” से हुई और उसी क्षण से सैकड़ों श्रद्धालुओं की आत्मा मानो प्रभु के चरणों की ओर बह चली। परम श्रद्धेय, महामण्डलेश्वर, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज के आशीर्वाद और प्रेरणा से यह प्रभातफेरी, देव पूर्णिमा व अभिषेक पूर्णिमा के सौजन्य से सीता देवी धर्मशाला में आयोजित हुई। भजन गायक जगदीश तनेजा, सुरेश वर्मा, कुश चुचरेजा, राकेश शर्मा, दिनेश अत्री, आशा चावला, तान्या सैनी, सुभाष अग्रवाल, वीना नारंग, दानी तनेजा और जितेन्द्र वर्मा ने अपनी मधुर वाणी से समस्त जनसमूह को मंत्रमुग्ध कर दिया। श्री कृष्ण कृपा सेवा समिति के अग्रणी सेवादार नरेश शर्मा ने कहा सत्संग मनुष्य के जीवन को सकारात्मक ऊर्जा और शांति प्रदान करता है। आज के तनावपूर्ण जीवन में मनुष्य अक्सर भ्रम और अशांति में फंस जाता है, लेकिन सत्संग के माध्यम से व्यक्ति न केवल अपने मन को स्थिर कर सकता है, बल्कि जीवन के सही मार्ग को भी पहचान सकता है। उन्होंने सत्संग को आस्था, शांति और सद्गुणों का अनूठा संगम बताया है। आयोजक परिवार सतीश छाबड़ा, संजय वर्मा, सतनारायण गुप्ता, मीना पूर्णिमा, अनु रानी, जसलीन, अभिमन्यु, रामकली देवी, सुखदेव सिंह, परमानंद चौबे, विकल चौबे, ज्ञान भूषण पपनेजा, आशीष चक्रपाणी, सुरेंद्र ढींगरा ने पूरे भाव और श्रद्धा से आए हुए सभी श्रद्धालुओं का अभिवादन किया। मीडिया प्रभारी भरत तनेजा ने जानकारी दी कि आगामी रविवार की प्रभातफेरी गोल्डी शर्मा के सौजन्य से अरुणाय गांव में आयोजित की जाएगी।

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