शिक्षा जगत में भी हैं धर्मेंद्र प्रधान को लेकर कई उम्मीदें: सीईजीआर
There are many expectations from Dharmendra Pradhan in the education world too: CEGAR

नई दिल्ली. सोमवार को नई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक हुई है. इसके साथ ही मंत्रिमंडल में मंत्रालयों का वितरण भी हो गया है. बड़े मंत्रियों के विभागों में बदलाव नहीं हुआ है. गृह, रक्षा, वित्त, और विदेश मंत्रालय पहले की ही तरह अमित शाह, राजनाथ सिंह, निर्मला सीतारमण और डॉ एस. जयशंकर के पास ही रहेगा. इसके अलावा नितिन गडकरी पहले की तरह सड़क परिवहन मंत्रालय देखेंगे. वहीं एक बार फिर से धर्मेन्द्र प्रधान को शिक्षा मंत्री बनाया गया है. देश में शिक्षा के क्षेत्र में एक अग्रणी थिंक टैंक सेंटर फॉर एजुकेशन ग्रोथ एंड रिसर्च (सीईजीआर) के डायरेक्टर रविश रोशन ने धर्मेन्द्र प्रधान को शिक्षा मंत्री बनने की शुभकामनाएं दी हैं. आपको बता दें धर्मेंद्र प्रधान 2021 से भारत सरकार में शिक्षा मंत्री का पदभार संभाल रहे हैं. वे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री और इस्पात मंत्री भी रह चुके हैं। संसद सदस्य (एमपी) के रूप में, प्रधान राज्यसभा में मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हैं और पहले 14वीं लोकसभा के सदस्य थे। 7 जुलाई 2021 में कैबिनेट फेरबदल के बाद रमेश पोखरियाल की जगह धर्मेन्द्र प्रधान दूसरे नरेंद्र मोदी मंत्रालय में शिक्षा मंत्री बने. तालचेर शहर से ताल्लुक रखने वाले प्रधान का जन्म 26 जून 1969 को ओडिशा में हुआ था. वे देबेंद्र प्रधान के बेटे हैं जो 1999 से 2004 के बीच वाजपेयी सरकार में राज्य मंत्री भी रहे थे. स्वतंत्र भारत के इतिहास में धर्मेंद्र प्रधान सबसे लंबे समय तक पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री रहे हैं. डायरेक्टर, सीईजीआर कहते हैं कि इस दौरान उनके योगदान के लिए उन्हें “उज्ज्वला पुरुष” के नाम से जाना जाता है क्योंकि 2016 में शुरू की गई प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की सफलता का श्रेय उन्हें ही जाता है. डायरेक्टर, सीईजीआर कहते हैं कि शिक्षा जगत में भी धर्मेंद्र प्रधान को लेकर बहुत उम्मीदें हैं.
