अमेरिका में बढ़ी भारतीय खिलौनों की मांग
Demand for Indian toys increased in America

मुंबई, दुनिया भर के व्यापारिक संघर्ष के बीच, भारत के खिलौना उद्योग को एक नया द्वार खुलने के लिए तैयारियों में है। चीन से आयातित खिलौनों पर अमेरिका द्वारा लगाए गए भारी शुल्क के कारण, भारतीय खिलौना निर्माताओं को अमेरिकी बाजार में अपनी पहचान बनाने का मौका मिल रहा है। भारतीय खिलौना संघ के अनुसार, 40 से अधिक कंपनियों ने अमेरिका के कठिन नियमों को पूरा करने में सक्षम पाए गए हैं। इन कंपनियों में से 20 ने पहले से ही निर्यात की प्रक्रिया शुरू कर दी है और अमेरिकी बाजार में अपनी पकड़ बढ़ाने की पूरी कोशिश कर रही है। अमेरिका के खिलौना बाजार का मूल्यांकन भी वास्तविकता को दर्शाता है। इस बाजार में उद्यमिता की तीव्र वृद्धि के साथ, भारतीय खिलौना उद्योग को बड़ा मौका मिल सकता है। भारतीय खिलौना उद्योग के इस कदम से न केवल व्यापारिक मामलों में विकास होगा, बल्कि देश को रोजगार और मेक इन इंडिया के माध्यम से भी लाभ हो सकता है। इस सफलता की दिशा में अब सभी आंकड़ों के संभावित उभराव के साथ, भारत नई ऊंचाइयों की ओर अग्रसर हो रहा है।
