दिल्ली विश्वविद्यालय नये सत्र से पहले रैगिंग रोधी नियंत्रण कक्ष स्थापित करेगा
Delhi University to set up anti-ragging control room before new session
नई दिल्ली,दिल्ली विश्वविद्यालय नये शैक्षणिक वर्ष की शुरूआत से पहले रैगिंग की शिकायतों के समाधान के लिए दो संयुक्त नियंत्रण कक्ष स्थापित करेगा। यह जानकारी दिल्ली विश्वविद्यालय की ओर से शुक्रवार को दी गई।दिल्ली पुलिस के समन्वय से छात्रों का विश्वविद्यालय में परिचय कार्यक्रम सुचारू रूप से संचालित किया जाना सुनिश्चित करने के लिए उत्तरी और दक्षिणी परिसरों के लिए एक-एक नियंत्रण कक्ष एक से 10 अगस्त के बीच चालू रहेंगे।विश्वविद्यालय ने एक बयान में कहा कि अप्रिय घटनाओं को रोकने के लिए विश्वविद्यालय और प्रत्येक कॉलेज परिसर के बाहर सामान्य कपड़ों में महिला पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाएगा।विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के निर्देशों के अनुसार, इस वर्ष से 12 अगस्त को रैगिंग रोधी दिवस मनाया जाएगा, उसके बाद 12 से 18 अगस्त तक रैगिंग रोधी सप्ताह मनाया जाएगा।बृहस्पतिवार को विश्वविद्यालय के प्रॉक्टोरियल बोर्ड और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की बैठक में ये उपाय तय किए गए।उसने कहा कि विश्वविद्यालय ने दोनों परिसरों में अंग्रेजी और हिंदी में रैगिंग रोधी पोस्टर लगाए हैं।बयान में कहा गया है, ‘अनुशासनहीनता, रैगिंग के किसी भी कृत्य से विश्वविद्यालय के नियमों और अध्यादेशों के तहत सख्ती से निपटा जाएगा।’
बयान में कहा गया है, ‘पेइंग गेस्ट (पीजी) आवास (चाहने वाले) छात्रों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके पीजी का स्थानीय पुलिस द्वारा विधिवत सत्यापन किया गया है, क्योंकि ऐसे सभी पीजी की उचित सुरक्षा और संरक्षा के लिए क्षेत्रीय पुलिस द्वारा नियमित रूप से निगरानी की जाती है।’किसी भी अप्रिय घटना की स्थिति में निगरानी और त्वरित कार्रवाई के लिए पुलिस गश्त लागू की गई है।बयान में कहा गया है कि रैगिंग या छेड़छाड़ के किसी भी मामले में पुलिस अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी। विश्वविद्यालय ने कॉलेज, केंद्रों और छात्रावासों से बाहरी लोगों के प्रवेश को प्रतिबंधित करने और रैगिंग निषेध से संबंधित नियमों को प्रदर्शित करने का भी अनुरोध किया है।
सभी कॉलेज, संकायों, विभागों और छात्रावासों को रैगिंग रोधी/अनुशासनात्मक समितियां और सतर्कता दल बनाने के लिए कहा गया है।विश्वविद्यालय ने निदेशकों, प्रोवोस्ट और वार्डन को निवारक और दंडात्मक कार्रवाई करने के लिए भी कहा है, साथ ही आवश्यकता पड़ने पर पुलिस की मदद लेने के लिए भी कहा गया है।