शहर के विकास कार्यों में लापरवाही करने वाले नप अधिकारियों की खैर नहीं:सुधा
There will be no mercy for the NP officials who are negligent in the development work of the city: Sudha

राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने देर रात्रि औचक बैठक बुलाकर नप अधिकारियों को दिए आदेश, विकास कार्यों में देरी को नहीं किया जाएगा सहन, लापरवाही बरतने पर लेखाकार को जारी किया कारण बताओ नोटिस, लायलपुर बस्ती में अंडरपास को लेकर राज्य मंत्री ने अचानक बुलाई नप अधिकारियों की बैठक
कुरुक्षेत्र 10 अगस्त हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने कहा कि शहर के विकास कार्यों में लापरवाही बरतने वाले नगर परिषद के अधिकारियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। सभी अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि विकास कार्यों को निर्धारित समय अवधि में शुरू किया जाए और निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर विशेष फोकस रखा जाए। अहम पहलू यह है कि ग्रांट जारी होने के बाद विकास कार्य ना शुरू होने की लापरवाही के मामले मे जांच के आदेश दिए है तथा नप के लेखाकार को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है।राज्यमंत्री सुभाष सुधा गत देर रात्रि नगरपरिषद थानेसर में अधिकारियों की औचक निरीक्षण बैठक में कुछ आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे थे। राज्यमंत्री गत देर सायं लायलपुर बस्ती, विशिष्टï कालोनी सहित मोहन नगर की विभिन्न कालोनियों में लोगों की समस्याओं को सुन रहे थे। इसी दौरान लायलपुर बस्ती के लोगों ने रेलवे लाइन के नीचे से अंडरपास और सडक़ के निर्माण कार्य के शुरू ना होने के विषय को रखा तो राज्यमंत्री ने तुरंत देर रात्रि को ही नगरपरिषद थानेसर का औचक निरीक्षण करके तुरंत अधिकारियों की बैठक बुलाई। इस बैठक में राज्यमंत्री ने एक-एक अधिकारी से शहर में चल रहे विकास कार्यो की रिपोर्ट तलब की और कुछ अधिकारियों का जवाब संतोषजनक ना पाए जाने पर फटकार भी लगाई है।राज्यमंत्री ने लायलपुर बस्ती में अंडरपास के मामले में फीडबैक ली और पाया कि करीब 2 माह पहले बजट पारित होने के बाद भी सम्बन्धित एजेंसी को हस्तारित नहीं किए जाने के मामले में जांच के आदेश दिए है इसके साथ ही इस मामले मेें लापरवाही बरतने पर लेखाकार को कारण बताओ नोटिस में जारी करने के आदेश दिए है। राज्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि शहर में विकास कार्यों को निर्धारित समय अवधि में शुरू करवाकर पूरा किया जाए और जो विकास कार्य चल रहे है उनकी निर्माण सामग्री की गुणवत्ता पर भी विशेष फोकस रखा जाए। अगर किसी अधिकारी ने लापरवाही की या भ्रष्टाचार में संलिप्त पाया गया तो उस अधिकारी और कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा। इस मौके पर नगर परिषद के ईओ अभय सिंह यादव, लेखा अधिकारी मनोज कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
